Tuesday, 27 December 2016
Saturday, 24 December 2016
The Power Of Belief ......by Ratnesh Yadav
Ratnesh Yadav
Failure is part of learning; we should never give up the struggle in life.
-Ratnesh Yadav
Wednesday, 14 December 2016
To complete any task Use ALL your strength.....Ratnesh Yadav
To complete any task Use ALL your strength.....Ratnesh Yadav
You didn’t ask for my help.”
No individual person has all the strengths, all the resources and all the stamina required for the complete blossoming of their vision.
That requires the inspired collaboration of many like-hearted beings.
It is a call for the greater strength that lives in our togetherness.
You cannot manage
To complete any task
Use ALL your strength
Turn around and ASK!
Saturday, 10 December 2016
3 Keys of Success सफलता के तीन नियम...by RATNESH YADAV
3 Keys of Success सफलता के तीन नियम
By Ratnesh Yadav
3 Keys to Success in Life
रुको (Stop)
देखो (See)
बदलाव (Change)
असल ज़िन्दगी तब जी जाती है जब छोटे-छोटे बदलाव होते हैं – लियो टॉलस्टॉय
Monday, 28 November 2016
LIFE CHANGING STORY OF THOMAS EDISION ........RATNESH YADAV
One day Thomas Edison came home and gave a paper to his mother. He told her, “My teacher gave this paper to me and told me to only give it to my mother.” His mother’s eyes were tearful as she read the letter out loud to her child, “Your son is a genius. This school is too small for him and doesn’t have enough good teachers for training him. Please teach him yourself.”
Moral: A Mother’s love and upbringing can help change the destiny of a child.
Wednesday, 2 November 2016
Learn to appreciate.....by Ratnesh Yadav
Once upon a time, there was a man who was very helpful, kindhearted, and generous. He was a man who will help someone without asking anything to pay him back. He will help someone because he wants to and he loves to. One day while walking into a dusty road, this man saw a purse, so he picked it up and noticed that the purse was empty. Suddenly a woman with a policeman shows up and gets him arrested.
The woman kept on asking where did he hide her money but the man replied, “It was empty when I found it, Mam.” The woman yelled at him, “Please give it back, It’s for my son’s school fees.” The man noticed that the woman really felt sad, so he handed all his money. He could say that the woman was a single mother. The man said, “Take these, sorry for the inconvenience.” The woman left and policeman held he man for further questioning.
The woman was very happy but when she counted her money later on, it was doubled, she was shocked. One day while woman was going to pay her son’s school fees towards the school, she noticed that some skinny man was walking behind her. She thought that he may rob her, so she approached a policeman standing nearby. He was the same policeman, who she took along to inquire about her purse. The woman told him about the man following her, but suddenly they saw that man collapsing. They ran at him, and saw that he was the same man whom they arrested few days back for stealing a purse.
He looked very weak and woman was confused. The policeman said to the woman, “He didn’t return your money, he gave you his money that day. He wasn’t the thief but hearing about you son’s school fees, he felt sad and gave you his money.” Later, they helped man stand up, and man told the woman, “Please go ahead and pay your son’s school fees, I saw you and followed you to be sure that no one steals your son’s school fees.” The woman was speechless.
Moral: Life gives you strange experiences, sometime it shocks you and sometimes it may surprise you. We end up making wrong judgments or mistakes in our anger, desperation and frustration. However, when you get a second chance, correct your mistakes and return the favor. Be Kind and Generous. Learn to Appreciate what you are given.
Tuesday, 1 November 2016
All about PM Narendra Modi......Ratnesh Yadav
भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री “नरेन्द्र मोदी जी” आज भारत के सबसे ज्यादा चर्चित व्यक्ति हैं। केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनके नाम के अनेकों प्रसंशक हैं।
माननीय नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (पूरा नाम) भारत के 15 वें प्रधानमंत्री हैं एवं ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म स्वतंत्र भारत (यानि 1947 के बाद) में हुआ।
नरेन्द्र मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात के मेहसाना जिले में वडनगर नाम के कस्बे में हुआ। पिता दामोदर दास मोदी और माँ हीराबेन के 6 बच्चों में से ये तीसरे नंबर के थे। इनके घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। माँ दूसरों के घर में जाकर बर्तन साफ़ करती थी और पिता की एक छोटी सी चाय की दुकान थी। एक कच्चे मकान में पूरा परिवार रहता था। गरीबी के कारण दो वक्त का खाना भी सही से नसीब नहीं होता था। संघर्ष भरे माहौल में मोदी जी ने बहुत छोटी उम्र में ही जीवन के कई ऊँचे नीचे पड़ाव देख लिए थे। बचपन से ही इनको पढाई लिखाई का बेहद शौक था। यूँ तो ये पिता के साथ चाय की दुकान पर हाथ बंटाया करते थे लेकिन जब भी मौका मिलता ये पुस्तकालय जाकर घण्टों पढ़ाई करते। ये बचपन से ही स्वामी विवेकानंद एवं उनके विचारों को अपना आदर्श मानते थे। 13 वर्ष की आयु में नरेन्द्र की सगाई जसोदा बेन चमनलाल के साथ कर दी गयी। लेकिन कुछ पारिवारिक समस्याओं के कारण 1967 में मात्र 17 वर्ष की उम्र में ही ये घर छोड़ कर चले गए। ये घर छोड़कर उत्तरी भारत में स्थित स्वामी विवेकानंद द्वारा स्थापित हिन्दू आश्रम एवं कोलकाता के बेलूर मठ ऐसे ही कई आश्रामों का भृमण करने लगे। इन्हीं दिनों में इन्होंने जीवन को गहराई से जाना अपनी सोच को सुधारा और करीब 2 साल बाद फिर से वापस घर आ गए।
इसके बाद मोदी जी आर.एस.एस. (R.S.S.) के सदस्य बने और पूरी मेहनत से आर.एस.एस. के लिए काम करने लगे। इतनी व्यस्तता के बावजूद मोदी जी पढाई करना नहीं छोड़ा और राजनीति विज्ञान में डिग्री प्राप्त की। वो दिन रात लोगों की सेवा करते लोगों से जुड़ते और उनकी समस्या को करीब से जानने की कोशिश करते।
1975 में भारत में राजनैतिक झगडे चल रहे थे तो उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने कई राज्यों में आपातकाल घोषित कर दिया और आर.एस.एस. संस्था को बंद करने को कहा लेकिन मोदी जी फिर भी गुप्त रूप से लोगों की सेवा में लगे रहे और आर.एस.एस. का प्रचार चलता रहा। उनके इस काम से खुश होकर उनको भाजपा में शामिल किया गया।
2001 में गुजरात में भयंकर भूकंप आया जिसकी वजह से गुजरात को बहुत नुकसान झेलना पड़ा। उस समय की सरकार के राहत कार्य से नाखुश होकर भाजपा वालों ने मोदी जी को गुजरात का मुख्यमंत्री बना दिया। मोदी ने उस भूकंप से गुजरात को उबारने में जी तोड़ मेहनत की और वे सफल भी हो गये और लोकप्रिय हो गए। गुजरात की जनता ने भी उनको लगातार चार बार मुख्यमंत्री चुनकर भारत के सबसे बेहतर मुख्यमंत्रीयों में शामिल कर दिया।
इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में भाजपा ने मोदी को उतारा और पूरे भारत में मोदी के नाम की लहार इतनी तेजी से दौड़ रही थी कि काफी लोगों ने पहले ही मोदी को प्रधानमंत्री मान लिया। खासकर युवाओं ने मोदी को विशेष प्रोत्साहन दिया।
उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी और आज वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं और कुशलता पूर्वक भारत की सेवा कर रहे हैं।
मोदी जी की कुछ प्रमुख योजनाएं –
धन योजना
स्वच्छ भारत अभियान
मेक इन इंडिया
डिजिटल इंडिया
मोदी जी के जीवन से जुडी कुछ दिलचस्प जानकारियां –
1. मोदी जी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म स्वतन्त्र भारत में हुआ
2. सोशल मिडिया पर सबसे ज्यादा पॉपुलर इंसान हैं मोदी जी
3. गुजरात की राजधानी गांधीनगर एशिया की Greenest Capital City में है
4. मोदी बचपन में पिता के साथ चाय बेचते थे
5. मोदी जी स्वामी विवेकानंद से बेहद प्रभावित हैं
6. मोदी बचपन से बहादुर थे एक बार मगरमच्छ का बच्चा हाथ में उठा लाये थे
7. बचपन से ही नाटकों और भाषणों में हिस्सा लेते थे
8. मात्र 13 साल की उम्र में इनकी शादी हो गयी थी
9. मोदी जी रोजाना योगा करते हैं फिर चाहे वो कहीं भी हों
10. वे रोजाना 18 घंटे काम करते हैं केवल कुछ ही घंटे सोते हैं
11. मोदी जी ने अपने 2 साल के कार्यकाल में अभी तक कोई छुट्टी नहीं ली है।
ऐसे हैं हमारे देश भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, आज हर बच्चा बच्चा मोदी जी को जानता है और युवाओं की वो हमेशा से ही पहली पसंद रहे हैं। तो आइये हम भी अपने वर्तमान प्रधानमंत्री को बढ़ावा दें और भारत को विश्व में उच्च स्थान दिलाने की कोशिश करें।
Monday, 31 October 2016
All About Mathematics......Ratnesh Yadav
यथा शिखा मयूराणां, नागानां मणयो यथा।
तद् वेदांगशास्त्राणां, गणितं मूर्ध्नि वर्तते॥
# Like the crowning crest of a peacock and the shining gem in the cobra’s hood, mathematics is the supreme Vedanga Shastra.
* जिस प्रकार मोरों में शिखा एवं नागों में मणि का स्थान सबसे ऊपर है, उसी प्रकार सभी वेदांग और शास्त्रों में गणित का स्थान सबसे ऊपर है।
Vedanga Jyotish वेदांग ज्योतिष
बहुभिर्प्रलापैः किम् , त्रयलोके सचरारे ।
यद् किंचिद् वस्तु तत्सर्वम् , गणितेन् विना न हि ॥
# What is the benefit to a delirium? Whoever inanimate object in the universe is not without mathematics/that can not be understood without mathematics.
* बहुत प्रलाप करने से क्या लाभ है? इस चराचर जगत में जो कोई भी वस्तु है, वह गणित के बिना नहीं है / उसको गणित के बिना नहीं समझा जा सकता।
Mahaveeracharya, Jain Mathematician
महावीराचार्य, जैन गणितज्ञ
# In the lines and images of Geometry we learn those alphabets using which Great book like this world is written.
In Hindi: ज्यामिति की रेखाओं और चित्रों में हम वे अक्षर सीखते हैं जिनसे यह संसार रूपी महान पुस्तक लिखी गयी है।
Galileo Galilei गैलिलियो गैलिली
# Pure mathematics is, in its way, the poetry of logical ideas.
* शुद्ध गणित, अपनी तरह से, तार्किक विचारों की कविता है।
Albert Einstein अल्बर्ट आइंस्टीन
# God used beautiful mathematics in creating the world.
* भगवान ने दुनिया बनाने में सुंदर गणित का इस्तेमाल किया।
Paul Dirac पॉल डिराक
# Without mathematics, there’s nothing you can do. Everything around you is mathematics. Everything around you is numbers.
* गणित के बिना, आप कुछ नहीं कर सकते हो। आप के चारों ओर सब कुछ गणित है। आप के चारों ओर सब कुछ संख्या है।
Shakuntala Devi शकुन्तला देवी
# Mathematics knows no races or geographic boundaries; for mathematics, the cultural world is one country.
* गणित कोई वर्ण या भौगोलिक सीमा नहीं जानता है; गणित के लिए, सांस्कृतिक दुनिया केवल एक देश है।
David Hilbert डेविड हिल्बर्ट
# Mathematics is the music of reason.
* गणित ज्ञान का संगीत है।
James Joseph Sylvester जेम्स यूसुफ सिलवेस्टर
# If I were again beginning my studies, I would follow the advice of Plato and start with mathematics.
* यदि मुझे फिर से अपनी पढ़ाई शुरू करनी पडी, तो मैं प्लेटो की सलाह मानूंगा और अपनी पढाई गणित के साथ शुरू करूँगा।
Galileo Galilei गैलिलियो गैलिली
# I am interested in mathematics only as a creative art.
* मेरी गणित में दिलचस्पी केवल एक रचनात्मक कला के रूप में है।
G. H. Hardy जी एच हार्डी
# The essence of mathematics lies in its freedom.
* गणित का सार अपनी स्वतंत्रता में निहित है।
Georg Cantor जोर्ज कैंटर
# I’ve always enjoyed mathematics. It is the most precise and concise way of expressing any idea.
* मैंने हमेशा गणित का आनंद लिया है। यह किसी भी विचार को व्यक्त करने का सबसे सटीक और संक्षिप्त तरीका है।
N. R. Narayana Murthy एन आर नारायणमूर्ति
# Mathematics is the door and key to the sciences.
* गणित विज्ञान का द्वार और कुंजी है।
Roger Bacon रोजर बेकन
# Nature is written in mathematical language.
* प्रकृति गणितीय भाषा में लिखी गयी है।
Galileo Galilei गैलिलियो गैलिली
# The only way to learn mathematics is to do mathematics.
* गणित सीखने के लिए एक ही रास्ता है सिर्फ गणित का अभ्यास करना।
Paul Halmos पॉल हल्मोस
# Math is a tool whose power is incredible and is used universally.
* गणित एक ऐसा उपकरण है जिसकी शक्ति अतुल्य है और जिसका उपयोग सर्वत्र होता है.
Prof. Hall प्रो. हाल
Sunday, 30 October 2016
असफलता सफलता से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है…..
एक रास्ता जो निश्चय सफलता की ओर जाता है..........द्वारा रत्नेश यादव
सभी के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब सभी चीज़ें आपके विरोध में हो रहीं हों | चाहें आप एक प्रोग्रामर हैं या कुछ और, आप जीवन के उस मोड़ पर खड़े होता हैं जहाँ सब कुछ ग़लत हो रहा होता है| अब चाहे ये कोई सॉफ्टवेर हो सकता है जिसे सभी ने रिजेक्ट कर दिया हो, या आपका कोई फ़ैसला हो सकता है जो बहुत ही भयानक साबित हुआ हो लेकिन सही मायने में, विफलता सफलता से ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है |
हमारे इतिहास मेंजितने भी बिजनिसमेन, साइंटिस्ट और महापुरुष हुए हैं वो जीवन में सफल बनने से पहले लगातार कई बार फेल हुए हैं | जब हम बहुत सारे कम कर रहे हों तो ये ज़रूरी नहीं कि सब कुछ सही ही होगा| लेकिन अगर आप इस वजह से प्रयास करना छोड़ देंगे तो कभी सफल नहीं हो सकते |
हेनरी फ़ोर्ड, जो बिलियनेर और विश्वप्रसिद्ध फ़ोर्ड मोटर कंपनी के मलिक हैं | सफल बनने से पहले फ़ोर्ड पाँच अन्य बिज़निस मे फेल हुए थे | कोई और होता तो पाँच बार अलग अलग बिज़निस में फेल होने और कर्ज़ मे डूबने के कारण टूट जाता| लेकिन फ़ोर्ड ने ऐसा नहीं किया और आज एक बिलिनेअर कंपनी के मलिक हैं |
अगर विफलता की बात करें तो थॉमस अल्वा एडिसन का नाम सबसे पहले आता है| लाइट बल्व बनाने से पहले उसने लगभग 1000 विफल प्रयोग किए थे |
अल्बेर्ट आइनस्टाइन जो 4 साल की उम्र तक कुछ बोल नहीं पता था और 7 साल की उम्र तक निरक्षर था | लोग उसको दिमागी रूप से कमजोर मानते थे लेकिन अपनी थ्ओरी और सिद्धांतों के बल पर वो दुनिया का सबसे बड़ा साइंटिस्ट बना |
अब ज़रा सोचो की अगर हेनरी फ़ोर्ड पाँच बिज़नेस में फेल होने के बाद निराश होकर बैठ जाता, या एडिसन 999 असफल प्रयोग के बाद उम्मीद छोड़ देता और आईन्टाइन भी खुद को दिमागी कमजोर मान के बैठ जाता तो क्या होता?
हम बहुत सारी महान प्रतिभाओं और अविष्कारों से अंजान रह जाते |
तो मित्रों, असफलता सफलता से कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है…..
हँसते हुए माँ-बाप की गाली नहीं खाते
हँसते हुए माँ-बाप की गाली नहीं खाते
सते हुए माँ-बाप की गाली नहीं खाते
बच्चे हैं तो क्यों शौक़ से मिट्टी नहीं खाते
तुमसे नहीं मिलने का इरादा तो है लेकिन
तुमसे न मिलेंगे ये क़सम भी नहीं खाते
सो जाते हैं फुटपाथ पे अख़बार बिछा कर
मज़दूर् कभी नींद की गोली नहीं खाते
बच्चे भी ग़रीबी को समझने लगे शायद
अब जाग भी जाते हैं तो सहरी नहीं खाते
दावत तो बड़ी चीज़ है हम जैसे क़लंदर
हर एक के पैसों की दवा भी नहीं खाते
अल्लाह ग़रीबों का मददगार है ‘रत्नेश’
हम लोगों के बच्चे कभी सर्दी नहीं खाते
-रत्नेश यादव
असफलता का सबसे बड़ा कारण
हम कब फेल हो जाते हैं?
असफलता का सबसे बड़ा कारण
असफलता के कारण ( Asafalta Ke Karan)
कुछ दिनों पहले मैं संदीप माहेश्वरी का एक मोटिवेशनल विडियो देख रहा था। उसमे उन्होंने एक बड़ी ही अच्छी बात कही जो मैं यहाँ as it is quote कर रहा हूँ…
वो स्टेज पे खड़े हो कर कहते हैं —
आप imagine करो एक क्रिकट का match चल रहा है ….आप यहाँ पर batting कर रहे हो….ये लाइफ का गेम है क्रिकेट का गेम नहीं है ..
क्रिकेट से related है ,मैं आपको बस एक example दे रहा हूँ…लेकिन ये ज़िन्दगी है… आप यहाँ पर बैटिंग कर रहे हो….
पीछे कोई विकेट्स नहीं है…कोई विकेट कीपर नहीं है… कोई और प्लेयर्स नहीं हैं …
सामने से लाइफ है…ज़िन्दगी है …जो एक के बाद एक बॉल फेंकते चली जा रही है …
बॉल आ रही है …एक बॉल आई …..आपने बैट घुमाया …. बॉल छूट गयी…पीछे निकल गयी..
अब आप क्या करोगे ???
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ये गेम ऐसी है, जहाँ मैंने आपको कहा न… कोई विकेट्स नहीं हैं… कोई और प्लेयर नहीं है …. मतलब की आप चाहो भी तो भी ज़िन्दगी के खले में आउट नहीं हो सकते ….तब तक
जब तक कि आप खुद मैदान को छोड़ कर भाग नहीं जाते! दुनिया की कोई ताकत आपको हरा नहीं सकती अगर आप पिच पर डंटे रहो…”
कितनी सही और आसानी से समझ में आने वाली बात है ये। नहीं?
संदीप माहेश्वरी ने real life को क्रिकेट के example से समझाया और अब मैं आपको क्रिकेट
के ही example से रियल लाइफ को समझाने की कोशिश करता हूँ।
श्रीलंका का एक खिलाड़ी था, उसके दिमाग में बस एक ही चीज चलती थी…. क्रिकेट.क्रिकेट
और बस क्रिकेट… अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर उसे श्री लंका की टेस्ट टीम में डेब्यू करने का मौका मिला….
पहली इन्निंग्स…… जीरो पे आउट
दूसरी इन्निंग्स……. जीरो पे आउट
.
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टीम से निकाल दिया गया….
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practice…practice….practice….
फर्स्ट क्लास मैचेज में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और एक 21 महीने बाद फिर से मौका मिला।
पहली इन्निंग्स…… जीरो पे आउट
दूसरी इन्निंग्स……. 1 रन पे आउट
…
फिर टीम से बाहर।
..
प्रैक्टिस….प्रैक्टिस….प्रैक्टिस….
फर्स्ट क्लास मैचेज में हजारों रन बना डाले और 17 महीने बाद एक बार फिर से मौका मिला….
पहली इन्निंग्स…… जीरो पे आउट
दूसरी इन्निंग्स……. जीरो पे आउट
.
.
.
फिर टीम से निकाल दिया गया….
.
प्रैक्टिस…प्रैक्टिस….प्रैक्टिस….प्रैक्टिस… प्रैक्टिस….प्रैक्टिस…
और तीन साल बाद एक बार फिर उस खिलाड़ी को मौका दिया गया…..जिसका नाम था
मर्वन अट्टापट्टू
इस बार अट्टापट्टू नहीं चूका उसने जम कर खेला और ….श्रीलंका की ओर से 16 शतक और 6 दोहरे शतक जड़ डाले और श्रीलंका का one of the most successful कप्तान बना!
सोचिये जिस इंसान को अपना दूसरा रन बनाने में 6 साल लग गए अगर वो इतना बड़ा कारनामा
कर सकता है तो दुनिया का कोई भी आदमी कुछ भी कर सकता है!
और कुछ कर गुजरने के लिए डंटे रहना पड़ता है…लगे रहना पड़ता है…मैदान छोड़ देना आसान होता है…मुश्किल होता है टिके रहना…और जो टिका रहता है वो आज नहीं तो कल ज़रूर सफल होता है।
इसलिए आपने जो कुछ भी पाने का निश्चय किया है उसे पाने की अपनी जिद मत छोडिये….अपने लक्ष्य को छोटा मत करिए…अपने focus को डाइवर्ट मत होने दीजिये….और ऐसा करना कोई पहाड़ नहीं है…
- रत्नेश यादव
60 हिंदी पहेलियों का दुर्लभ संग्रह! Collection of Hindi Paheliyan with Answers!
पहेलियाँ Dosto Apne Answers ko comment mein Serial no Likh kr batayein.. 1 गोल है पर गेंद नहीं, पूँछ है पर पशु नहीं । पूंछ पकड़कर खेलें बच्चे...
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[] Ratnesh Yadav: पहेली - 1 बूझो भैया एक पहेली जब काटो तो नई नवेली. उत्तर : पेंसिल। [] Ratnesh Yadav: पहेली...
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पहेलियाँ Dosto Apne Answers ko comment mein Serial no Likh kr batayein.. 1 गोल है पर गेंद नहीं, पूँछ है पर पशु नहीं । पूंछ पकड़कर खेलें बच्चे...